हम कुछ नहीं कहेंगे !
जाकिर,रवीन्द्र और हरीश --कुछ रोड़ा है क्या ? |
निवेदिता ,शिखा व रमा द्विवेदी -हम तो मगन हैं ! |
अविनाश,सुभाष राय-देखिये हम लम्पट नहीं हैं ! |
योगी अरविन्द -कारवाँ गुजर गया,गुबार देखते रहे... |
रवीन्द्र-पुंज --हम भी हैं जोश में ! |
रवीन्द्र--नया प्रभात ! |
पूर्णिमा--अमावस खत्म हुई ! |
उद्भ्रांत -ब्लॉगर न हों आक्रांत ! |
सरदार,असरदार,ख़बरदार ! |
सिद्धेश्वर,रतलामी,रतन सिंह -समझ रहे हैं सब ! |
प्रेम,प्रवीण,संजय भास्कर-मास्टर अभी भी हैं हम ! |
स्मृतियों में लखनऊ .... |
आलोचक वीरेंद्र यादव-कुछ सोचने दो ! |
यह अपनी सहज मुद्रा है ! |
इस्मत जैदी-तरन्नुम में गाइए ! |
मत चूको चौहान...! |
सुधाकर अदीब,सुशीला पुरी -साहित्य का साथ ! |
हम ब्लॉगर ही नहीं नेता,शास्त्री,कवि और योगी भी हैं ! |
शैलेन्द्र सागर-अहमियत पहचानी ! |
राकेश कुमार -रंगमंच है यह भी ! |
गुड़ और चीनी के बीच चाय ! सम्मान-समारोह की झलकियाँ ! यहाँ भी देखें ! |
.........
जवाब देंहटाएं(हम ने भी कुछ नहीं कहा ... ;-) ... )
:)
हटाएंवाह.... फोटो देखकर मज़ा आ गया...
जवाब देंहटाएं/:-)
जवाब देंहटाएंNO NEED TO SAY ANYTHING .WE KNOW EVERYTHING कैराना उपयुक्त स्थान :जनपद न्यायाधीश शामली :
जवाब देंहटाएंचिन्तक अरविन्द और गुरु**** और गुरुद्रोही के साथ अरविन्द ,यंग्री यंग मैंन की भूमिका में मायिक पर दहाड़ते रवींद्र प्रभात ..आदि आदि -
जवाब देंहटाएंकैप्शन लगाओं न !
...लगाते हैं 'कैप्शन' गुरूजी !
हटाएंफक्कड गुरु, भयंकर चेला !
हटाएंअब शिव छोड़,विष्णुपद पाए !
विश्व आस्कर लेकर अब
यह ब्लॉगरत्न को लेने जाएँ !
बधाई आस्कर की, चीनी गुरु :)
हम तो चाहते थे कि 'भयंकर ब्लॉगर' सम्मान हमें मिले पर मामला जमा नहीं !
हटाएंgood photographs.
जवाब देंहटाएंग़ज़ब है
जवाब देंहटाएंबढ़िया, बिना कहे सब कह दिया।
जवाब देंहटाएंचित्र में परिचय होता तो हम भी उन महान विभूतियों से परिचित होते... कुछ तो परिचित हैं!!
जवाब देंहटाएं...जैसी आज्ञा गुरुवर !
हटाएंचित्रावली में सब देखने को मिल गया..
जवाब देंहटाएंचित्रों के माध्यम से सबसे मिलना अच्छा लगा ...
जवाब देंहटाएंआपकी फोटोग्राफी ने परिकल्पना के कल्पना को साकार कर दिया,,,,बधाई,,,आभार
जवाब देंहटाएंआपके साथ कोई फोटो न होने का अफ़सोस है,
tasviron me parikalpana samaroh ke vividh rang dekh liye..
जवाब देंहटाएंजोड़ीदार सब कह ही रहा है . :)
जवाब देंहटाएंतसवीरों का यह साथ बहुत अच्छा लगा।
जवाब देंहटाएंअपने मतलब के दो चित्र यहाँ से साभार ले रहा हूँ।
सादर
सुंदर चित्रों वाली बढ़िया पोस्ट।
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया, वैसे कैपसन में कुछ और गुंजाईश शेष है !
जवाब देंहटाएंवाह !
जवाब देंहटाएंचीनी भी आया था कोई
सम्मेलन में एक
ये एक नयी खबर है !
वाह! तस्वीरें भी खूब और उनके साथ की कमेंटरी भी बहुत खूब :) योगी अरविन्द :) ब्रह्मचर्य की ओर प्रस्थान कर रहे हैं ;)
जवाब देंहटाएंबढ़िया चित्रावली...कैप्शन खूब जम रहे हैं....
जवाब देंहटाएंलगता है चौहान चूक गए.
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