सोचता हूँ जब भी उसके बारे में
आ जाते हैं नए सवाल,
जवाब ढूँढने के लिए फ़िर से
उसकी ही ओर ताकता हूँ |
उसके साथ मेरा
वैसे कोई बंधन नहीं है,
फ़िर भी न जाने
किस जोड़ ने हमें बाँधा हुआ है ?
ऐसा भी नहीं है
कि उसके सवालों के जवाब
नहीं हैं मेरे पास ,
पर कुछ सवालों को मैं
रखना चाहता हूँ अनुत्तरित |
ऐसे सवालों के उत्तर
समय के साथ
मिल जायेंगे उसे
और मुझे भी मेरा अपना |
आ जाते हैं नए सवाल,
जवाब ढूँढने के लिए फ़िर से
उसकी ही ओर ताकता हूँ |
उसके साथ मेरा
वैसे कोई बंधन नहीं है,
फ़िर भी न जाने
किस जोड़ ने हमें बाँधा हुआ है ?
ऐसा भी नहीं है
कि उसके सवालों के जवाब
नहीं हैं मेरे पास ,
पर कुछ सवालों को मैं
रखना चाहता हूँ अनुत्तरित |
ऐसे सवालों के उत्तर
समय के साथ
मिल जायेंगे उसे
और मुझे भी मेरा अपना |
हर एक के लिये उन प्रश्नों के उत्तर अलग होते हैं।
जवाब देंहटाएंऔर जरूरी नहीं कि उन उत्तरों पर भरोसा किया जाये :(
हटाएंशुभकामनायें !
बढ़िया है |
जवाब देंहटाएंआभार सुन्दर -
प्रस्तुति के लिए ||
हम्म..यह तो पक्का आभासी संबंध है। :)
जवाब देंहटाएंया इलाही ये माज़रा क्या है ....
हटाएंबधाई ..
गजब सवाल-जबाब!
जवाब देंहटाएंएक इन्तजार था कि कभी तुझे घर लायेगें,
हटाएंकल्पना न की थी कभी ऐसा जख्म पायेगें!
बेवफा, देखना एक दिन हम जरूर याद आयेगें,
ये झूठ,फरेब,के आँसू हम छुपा के मुस्कुरायेगें,,,,,,,
MY RECENT POST: माँ,,,
सवाल जवाबों में ज़िन्दगी उलझ न जाए कहीं.....
जवाब देंहटाएंहाथ थाम के चल पड़ने में क्या हर्ज...
:-)
सादर
अनु
ऐसे सवालों के उत्तर
जवाब देंहटाएंसमय के साथ
मिल जायेंगे उसे
और मुझे भी मेरा अपना |
........गजब सवाल
फिर तो शुभकामनायें बनती हैं . :)
जवाब देंहटाएंनिर्णय वाही ठीक है जिसमे सभी का हित हो इसलिए शायद कुछ प्रश्न अनुत्तरित हैं. सुंदर कविता संतोष जी.
जवाब देंहटाएंकल 14/10/2012 को आपकी यह खूबसूरत पोस्ट http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
जवाब देंहटाएंधन्यवाद!
आभार यशवंत भाई !
हटाएंसुंदर रचना... http://www.kuldeepkikavita.blogspot.com
जवाब देंहटाएंमिल जायेंगे उसे
जवाब देंहटाएंऔर मुझे भी मेरा अपना |
जापर जेकर सत्य सनेहू तेहिं ता मिलै न कछु संदेहू
पोस्ट दिल को छू गयी.......कितने खुबसूरत जज्बात डाल दिए हैं आपने..........बहुत खूब,बेह्तरीन अभिव्यक्ति .आपका ब्लॉग देखा मैने और नमन है आपको और बहुत ही सुन्दर शब्दों से सजाया गया है लिखते रहिये और कुछ अपने विचारो से हमें भी अवगत करवाते रहिये.
जवाब देंहटाएंसवालों को तलाश रहती जवाब की सदा , किन्तु जवाब का मिलना ...सवाल की नियति !!!
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
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