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प्रिंट मीडिया में बैसवारी
बेटे की तूलिका
टेढ़ी उँगली
15 अगस्त 2008
आज़ादी और हम !
आज़ादी के बाद से जनता है बेहाल,
नेता खाएँ गुलगुले, करके हमें हलाल !
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