tag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post5529908386530163896..comments2023-10-20T18:30:34.424+05:30Comments on बैसवारी baiswari: दूरियाँ !संतोष त्रिवेदीhttp://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comBlogger21125tag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-42410806966616066172012-09-24T10:19:28.449+05:302012-09-24T10:19:28.449+05:30बहुत बढ़िया !बहुत बढ़िया !संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-9453133916833934522012-09-24T08:16:30.332+05:302012-09-24T08:16:30.332+05:30यहाँ दिल से दिल की दूरी भी
नपी नपाई होती है.
दिल...यहाँ दिल से दिल की दूरी भी <br />नपी नपाई होती है.<br /><br />दिल से दिल की दूरी की नपाई<br />आसान नही संतोष भाई.<br /><br />लगता है दिल में कोई टीस टिमटिमा रही है जी<br />जिसमे आपने यह नपाई भाप ली है.<br /><br />Rakesh Kumarhttps://www.blogger.com/profile/03472849635889430725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-23536614107845279752012-09-24T05:09:35.640+05:302012-09-24T05:09:35.640+05:30संजय जी,
हमारे 'खटका ' का मतलब आशंका है और...संजय जी,<br />हमारे 'खटका ' का मतलब आशंका है और सलिल बाबू ने श्लेष मार दिया !<br /><br />संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-76640531200450148952012-09-23T23:21:10.519+05:302012-09-23T23:21:10.519+05:30ऐ भाई, बहुतों में दो चार के नाम तो बताईए? ज़रा ह...ऐ भाई, बहुतों में दो चार के नाम तो बताईए? ज़रा हम भी तो जानें|<br /><br /><br />वैसे टिप्पणी से ही यूपी, बिहार लूटने की कला जिसके पास हो, वो अगर बहुतों को खटके भी तो कोई बड़ी बात नहीं है :)<br />संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-70528723557879517962012-09-23T15:34:47.920+05:302012-09-23T15:34:47.920+05:30बहुत बढ़िया भाई जी ||बहुत बढ़िया भाई जी ||रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-4632609366081718062012-09-23T14:37:56.989+05:302012-09-23T14:37:56.989+05:30यहाँ इंसान जो रहते हैं ... यहाँ इंसान जो रहते हैं ... दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-75489514143306494472012-09-23T14:14:14.299+05:302012-09-23T14:14:14.299+05:30सही दिशा में जा रहे हैं . सही दिशा में जा रहे हैं . डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-1794748886186353932012-09-23T10:49:43.699+05:302012-09-23T10:49:43.699+05:30अब बुढ़ापे में टंकी पर चढ़ने से रहा,गुरूजी :-) अब बुढ़ापे में टंकी पर चढ़ने से रहा,गुरूजी :-) संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-43581539837744393932012-09-23T10:47:40.993+05:302012-09-23T10:47:40.993+05:30आप और अली साहब छिपा हुआ भी पढ़ लेते हैं....:-)
.....आप और अली साहब छिपा हुआ भी पढ़ लेते हैं....:-) <br />....आप हमें खटकते नहीं,अन्ना की तरह केजरीवाल के दिल में रहते हैं! संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-46857222339773871292012-09-23T10:41:28.495+05:302012-09-23T10:41:28.495+05:30माट्साब!
बहुतों को खटकते हैं हम.. आपको भी 'खटक...माट्साब!<br />बहुतों को खटकते हैं हम.. आपको भी 'खटका' तो किमाश्चर्यम!!:)<br />देवेन्द्र भाई, ब्लश कर रहा हूँ!!<br />चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-20955964990429811822012-09-23T10:00:53.259+05:302012-09-23T10:00:53.259+05:30अब चले हो आकाश छूने? रचना के जरिये! अब चले हो आकाश छूने? रचना के जरिये! Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-24107900425531862472012-09-23T09:40:46.180+05:302012-09-23T09:40:46.180+05:30सलिल भैया,
आजकल एक आदत सी हो गई है कि जब भी कोई प...सलिल भैया, <br />आजकल एक आदत सी हो गई है कि जब भी कोई पोस्ट पढ़ता हूँ तो आपके कमेंट तलाशने लगता हूँ। कभी निराश नहीं हुआ। कहीं कमेंट ने पोस्ट की श्री वृद्धि की है तो कहीं पोस्ट पर भारी पड़ी है। तस्वीर और पोस्ट की समानता की कितनी सुंदर व्याख्या की है आपने! ..वाह!!<br /><br /><br /><br />देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-1517762250202954642012-09-23T09:35:55.626+05:302012-09-23T09:35:55.626+05:30बहुत ख़ूबसूरत सृजन, बधाई.
कृपया मेरे ब्लॉग पर भी ...बहुत ख़ूबसूरत सृजन, बधाई.<br /><br /> कृपया मेरे ब्लॉग पर भी पधारें , अपना स्नेह प्रदान करें.S.N SHUKLAhttps://www.blogger.com/profile/16733368578135625431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-10750016912552086012012-09-23T09:15:05.214+05:302012-09-23T09:15:05.214+05:30ye dooriyo aur najdikiyo ka andaj pasand aaya ye dooriyo aur najdikiyo ka andaj pasand aaya संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-17561021200814282192012-09-23T09:09:15.721+05:302012-09-23T09:09:15.721+05:30शीर्षक दूरियां और तस्वीर नजदीकियों से ओत प्रोत
कवि...शीर्षक दूरियां और तस्वीर नजदीकियों से ओत प्रोत<br />कविता प्रभावी है.... बहुत पसंद आयीPawan Kumarhttps://www.blogger.com/profile/08513723264371221324noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-14346667425660218812012-09-23T08:57:57.884+05:302012-09-23T08:57:57.884+05:30हमें आप जैसे विशेषज्ञ से ही खटका था :-) हमें आप जैसे विशेषज्ञ से ही खटका था :-) संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-13182785554958502652012-09-23T08:52:05.689+05:302012-09-23T08:52:05.689+05:30क्या बात करते हैं माट्साब!! गज़ब का साम्य है फोटो ...क्या बात करते हैं माट्साब!! गज़ब का साम्य है फोटो और कविता में.. साहित्य अकादमी की कार्यशाला में जहाँ आपने देखा कई दिग्गज सितारों को टिमटिमाते हुए और तब आपने पाया कि आपका अस्तित्वा इस ज़मीं पर कुछ नहीं जबतक इन सितारों का प्रकाश आपको उपलब्ध न हो.. और तब यह ज्ञान प्राप्त हुआ कि इस व्यंग्य लेखन/साहित्य/काव्य के विस्तृत आकाश में कितना कुछ है अपन्ख पसारने को.. जबकि धरती पर दिल से दिल की दूरी भी नापी-नपाई है!!<br />और ऐसे ही कुछ देदीप्यमान सितारों के साथ आपकी तस्वीर!!<br />बहुत अच्छे!!<br />चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-84450372925629226562012-09-23T07:39:00.001+05:302012-09-23T07:39:00.001+05:30हम भी टिमटिमाते हैं,
आकर चले जाते हैं।हम भी टिमटिमाते हैं,<br />आकर चले जाते हैं।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-45554319994944604112012-09-23T01:27:03.870+05:302012-09-23T01:27:03.870+05:30बस तारों को दूर से देखना अच्छा लगता है,,,
एक कहावत...बस तारों को दूर से देखना अच्छा लगता है,,,<br />एक कहावत है,,,,दूर के ढोल सुहावने,,,,,,<br /><br />RECENT POST <a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2012/09/blog-post_4073.html#links" rel="nofollow"> समय ठहर उस क्षण,है जाता </a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-82612670170431654142012-09-22T23:46:36.339+05:302012-09-22T23:46:36.339+05:30:):)Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-23198887215557601602012-09-22T22:39:57.476+05:302012-09-22T22:39:57.476+05:30एक निश्चित अंतराल में टिमटिमाते हुए
सुन्दर तारे जो...एक निश्चित अंतराल में टिमटिमाते हुए<br />सुन्दर तारे जो दिखते हैं जमीन से<br />दरअसल वे हैं बहुत गर्म<br />विकराल आग के गोले<br />वहाँ जीवन नहीं है<br /><br />जीवन तो बस इस धरती पर है<br />अपनी प्यारी धरती पर।सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.com