tag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post1371449346462644985..comments2023-10-20T18:30:34.424+05:30Comments on बैसवारी baiswari: स्थितिप्रज्ञता !संतोष त्रिवेदीhttp://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-15533259476301400002011-07-24T15:37:30.022+05:302011-07-24T15:37:30.022+05:30बड़ा जालिम-जाहिल खूनी जायका है योजना-कर्ताओं का ! ...बड़ा जालिम-जाहिल खूनी जायका है योजना-कर्ताओं का ! एक बार भी उनके दुख के साथी नहीं होते जो दुख से जार जार हैं! दोनों जेबें उनकी हैं न !!Amrendra Nath Tripathihttps://www.blogger.com/profile/15162902441907572888noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-9704561104827272962011-07-19T06:46:24.597+05:302011-07-19T06:46:24.597+05:30अच्छी अभिव्यक्ति है। कौन बहाये पसीना अपने सुधार के...अच्छी अभिव्यक्ति है। कौन बहाये पसीना अपने सुधार के लिये। जब अति हो जायेगी तब भगवान आयेंगे ही अवतार लेकर! :)अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-55957044209530476542011-07-19T02:56:01.635+05:302011-07-19T02:56:01.635+05:30सच कहा....किसका इन्तजार....बहुत उम्दा!!!सच कहा....किसका इन्तजार....बहुत उम्दा!!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-80172216970561064062011-07-18T14:53:56.187+05:302011-07-18T14:53:56.187+05:30परिवर्तन के लिए दूसरों का मुंह ताकना कायरता की निश...परिवर्तन के लिए दूसरों का मुंह ताकना कायरता की निशानी है ...महाराज ! यह स्थितिप्रज्ञता से ज्यादा जड़ता की स्थिति मुझे लगती है| आम आदमी जब भी आम होने के मानसिक अवरोध से निकल परिवर्तनकामी हो जाएगा ......आपकी वर्तमान स्थितिप्रज्ञता हवा हो जायेगी |<br /><br />बहुत बढ़िया अभिव्यक्ति हुजूर !<br />बस अब कुछ कचोटता है पद कर बारम्बार !प्रवीण त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/02126789872105792906noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-76775312621973477112011-07-17T23:29:10.757+05:302011-07-17T23:29:10.757+05:30लगता है आम आदमी की नियति में बस यूँ ही मरना लिखा ह...लगता है आम आदमी की नियति में बस यूँ ही मरना लिखा है।ePandithttps://www.blogger.com/profile/15264688244278112743noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-73832294002304353612011-07-17T10:51:08.575+05:302011-07-17T10:51:08.575+05:30और हम
केवल योजनायें बनायेंगे,
व्यवस्था चाक-चौबंद
औ...और हम<br />केवल योजनायें बनायेंगे,<br />व्यवस्था चाक-चौबंद<br />और मुआवजा राशि बढ़ाएँगे<br /><br />व्यवस्था पर तीखा कटाक्ष ।<br />सामयिक और उद्वेलित करने वाली कविता।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-55387396196522997592011-07-17T09:39:36.938+05:302011-07-17T09:39:36.938+05:30सही कहा आपने ...पता नहीं हमारी सरकार कब पूर्ण रूप ...सही कहा आपने ...पता नहीं हमारी सरकार कब पूर्ण रूप से जागेगीरेखाhttps://www.blogger.com/profile/14478066438617658073noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-49232033356004024932011-07-17T08:44:10.156+05:302011-07-17T08:44:10.156+05:30सब राम भरोसे ही चल रहा है और ताजुब यह कि लोग इसके ...सब राम भरोसे ही चल रहा है और ताजुब यह कि लोग इसके आदी होते जा रहे हैं. अगर आप जैसे बुद्धिजीवी इसको करोड़ते न रहे तो ऐसे जख्म पर अब लोग ध्यान देना भी बंद कर रहे है.सुशील दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/02670860200583405414noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-73710152804685900492011-07-17T00:08:20.962+05:302011-07-17T00:08:20.962+05:30वोट ध्यान से दें सभी लोग, तो स्थिति बदल सकती है, ...वोट ध्यान से दें सभी लोग, तो स्थिति बदल सकती है, पार्टी को नहीं, जाति को नहीं, अच्छे लोगों को वोट दें,<br /><a href="http://vivj2000.blogspot.com/" rel="nofollow"><b> विवेक जैन </b><i>vivj2000.blogspot.com</i></a>Vivek Jainhttps://www.blogger.com/profile/06451362299284545765noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-8867115394668721732011-07-15T22:40:50.819+05:302011-07-15T22:40:50.819+05:30एक तल्ख़ हक़ीक़त को आपने काव्यात्मक अभिव्यक्ति दी ...एक तल्ख़ हक़ीक़त को आपने काव्यात्मक अभिव्यक्ति दी है, जो मन को झकझोड़ जाती है।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-9482783387703759272011-07-15T13:09:58.417+05:302011-07-15T13:09:58.417+05:30bilkul sahi likha hai aapne .ek ke bad ek bam visf...bilkul sahi likha hai aapne .ek ke bad ek bam visfot me masoom mare ja rahe hai aur sarkar keval tamasha dekh rahi hai .sarthak postShikha Kaushikhttps://www.blogger.com/profile/12226022322607540851noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-22738897696319108182011-07-15T09:11:06.165+05:302011-07-15T09:11:06.165+05:30स्वर्ग से किसी के आने की प्रतीक्षा में सब स्वर्गवा...स्वर्ग से किसी के आने की प्रतीक्षा में सब स्वर्गवासी हुये जा रहे हैं, कब जागेंगे हम।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-52854207518254948472011-07-15T08:22:26.666+05:302011-07-15T08:22:26.666+05:30वाह , बहुत खूब संतोष भाई । सब कुछ बयां कर दिया । आ...वाह , बहुत खूब संतोष भाई । सब कुछ बयां कर दिया । आपका अंदाज़ जुदा है और हमें खूब भाता है । आज यही एक नियति बन कर रह गई हैअजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.com