tag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post107470607925695068..comments2023-10-20T18:30:34.424+05:30Comments on बैसवारी baiswari: वो भरमा गए हैं !संतोष त्रिवेदीhttp://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comBlogger41125tag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-73047585894325734552012-06-11T13:53:47.963+05:302012-06-11T13:53:47.963+05:30अरसे बाद दिखे हैं ये पंछी,
शिकारी भी उनके पीछे आ ग...अरसे बाद दिखे हैं ये पंछी,<br />शिकारी भी उनके पीछे आ गए हैं !:)संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-40157601715554476742012-06-11T12:42:45.455+05:302012-06-11T12:42:45.455+05:30आहों का कराहों का कलरव जो सुना,
मास्साब की कक्षा म...आहों का कराहों का कलरव जो सुना,<br />मास्साब की कक्षा में पंछी आ गए है। :)सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-50932521886031813702012-06-11T12:08:50.274+05:302012-06-11T12:08:50.274+05:30कई को मिला है,मिले आपको भी
कृपा बाबा निर्मल जो बरस...कई को मिला है,मिले आपको भी<br />कृपा बाबा निर्मल जो बरसा गए हैं!कुमार राधारमणhttps://www.blogger.com/profile/10524372309475376494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-28222092921425848762012-06-11T11:51:54.016+05:302012-06-11T11:51:54.016+05:30बहोत अच्छी रचना
Hindi Dunia Blog (New Blog)बहोत अच्छी रचना<br /><br /><a href="http://hindiduniablog.blogspot.in/" rel="nofollow">Hindi Dunia Blog (New Blog)</a>Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-74155127555974037042012-06-10T11:40:14.767+05:302012-06-10T11:40:14.767+05:30:-):-)संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-4013022989901954112012-06-10T11:01:16.410+05:302012-06-10T11:01:16.410+05:30lagta hai shero-shayri ki class lene ab yahi aana ...lagta hai shero-shayri ki class lene ab yahi aana padgea :)Monika Jainhttps://www.blogger.com/profile/18206634037142003083noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-55370738462837864352012-06-09T21:10:44.199+05:302012-06-09T21:10:44.199+05:30दरख्तों के साये यूँ गहरा गए हैं,
कभी पास थे,कितने ...दरख्तों के साये यूँ गहरा गए हैं,<br />कभी पास थे,कितने दूर आ गए हैं | (१)<br /><br />बहुत खूब ! लाज़वाब गज़ल....Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-81769143021368664362012-06-09T20:43:48.890+05:302012-06-09T20:43:48.890+05:30भाई वाह ...
सही लेन लग रही है.भाई वाह ...<br /><br />सही लेन लग रही है.दीपक बाबाhttps://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-22669447433661882442012-06-09T13:09:39.829+05:302012-06-09T13:09:39.829+05:30सभी दोस्तों का शुक्रिया...!सभी दोस्तों का शुक्रिया...!संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-32634447106538708232012-06-09T13:09:12.292+05:302012-06-09T13:09:12.292+05:30सतीश जी,सुज्ञ जी और देवेन्द्र जी,
महफ़िल को गुलज़ा...सतीश जी,सुज्ञ जी और देवेन्द्र जी,<br />महफ़िल को गुलज़ार करने का आभार |संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-25284167347525169222012-06-09T12:25:05.559+05:302012-06-09T12:25:05.559+05:30महफिल तो जमी थी गमे शाम की पर,
बंदिशों से नुक़्ते य...महफिल तो जमी थी गमे शाम की पर,<br />बंदिशों से नुक़्ते यूं बाहर आ गए है।सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-74174245236160443832012-06-09T11:14:10.022+05:302012-06-09T11:14:10.022+05:30वाह! वाह! वाह!
बड़ी शानदार महफिल जमी थी!वाह! वाह! वाह! <br />बड़ी शानदार महफिल जमी थी!देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-8254108446105553332012-06-09T11:11:36.124+05:302012-06-09T11:11:36.124+05:30अली सा ने बढ़िया लिख कर सबका काम आसान कर दिया।
दे...अली सा ने बढ़िया लिख कर सबका काम आसान कर दिया।<br /><br />देर से ही सही, मुआफ करना<br />बस हाजिरी लगाने आ गये हैं।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-77048985067691323572012-06-08T17:35:24.988+05:302012-06-08T17:35:24.988+05:30http://bulletinofblog.blogspot.in/2012/06/blog-pos...http://bulletinofblog.blogspot.in/2012/06/blog-post_08.htmlरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-58532517119661231662012-06-08T07:16:04.281+05:302012-06-08T07:16:04.281+05:30बड़ी जालिम गजल है!
टिप्पणियां और भी गजब!बड़ी जालिम गजल है! <br /><br />टिप्पणियां और भी गजब!अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-34542878832430631952012-06-08T00:02:06.206+05:302012-06-08T00:02:06.206+05:30महबूब कोई फिर से मिलेगा,
हमको भुलाकर वो भरमा गए है...महबूब कोई फिर से मिलेगा,<br />हमको भुलाकर वो भरमा गए हैं <br />उफ्फ्फ !!!! लाजवाब ,कमाल है !!!<br />संतोष जी इतनी प्यारी गज़ल, सादगी से भरपूर और भावनाओं से ओतप्रोत ।संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-59588180898436100512012-06-07T21:21:21.894+05:302012-06-07T21:21:21.894+05:30पुराने महबूब के इंतजार में संतोष रहता है, तभी तो अ...पुराने महबूब के इंतजार में संतोष रहता है, तभी तो असंतोषी गजल कहता है।<br />या यूं कहें कि अब नया महबूब तलाशने में संतोषी जीव को डर/हुनर लगता है।अविनाश वाचस्पति अन्नाभाईhttps://www.blogger.com/profile/15770245412497499292noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-27756744547429495762012-06-07T16:10:03.239+05:302012-06-07T16:10:03.239+05:30मेरे अश`आर को हिंदी में टाइप करने के लिए बहुत-बहुत...मेरे अश`आर को हिंदी में टाइप करने के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया संतोष भाई!!! <br /><br />:-)<br /><br />दरअसल जिस वक़्त आपकी ग़ज़ल पढ़ी उस समय में रास्ते में था और अपने आपको यह दो अश`आर लिखने से रोक नहीं पाया... इसलिए मोबाइल से ही टाइप कर दिया.<br /><br />इसी बात पर एक शे`र और सही... तीनो एक-साथ लिख रहा हूँ :-)<br /><br />वो यूँ जाने वाला कहाँ तक चलेगा,<br />हरसू लगेगा कि हम आ गए हैं<br /><br />मेरी आशिकी की कशिश देखिये तो,<br />नज़र नीची करके वो शरमा गए हैं<br /><br />अभी तक थे मशहूर जलवे सनम के<br />मगर आज अपने गज़ब ढा गए हैंShah Nawazhttps://www.blogger.com/profile/01132035956789850464noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-68923969209740748692012-06-07T15:16:31.416+05:302012-06-07T15:16:31.416+05:30है जिनके लिए बस ठोकर में दुनियाँ,
कि प्रेमी ठुकन स...है जिनके लिए बस ठोकर में दुनियाँ,<br />कि प्रेमी ठुकन से अब बाहर आ गए है।<br /><br />ठोकर सिखाती है सम्हल कर चलना,<br />कि चल अब अंधेरे घने छा गए हैं।सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-73706124744402699022012-06-07T15:00:04.478+05:302012-06-07T15:00:04.478+05:30करे क़त्ल मेरा खुशी उसको हासिल,
दुआओं का हकदार बन ...करे क़त्ल मेरा खुशी उसको हासिल,<br />दुआओं का हकदार बन आ गए हैं !संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-29122077425480953252012-06-07T14:54:55.373+05:302012-06-07T14:54:55.373+05:30शुरू से सितम गर यही हैं सनम के,
तो हम भी सितमगर के...शुरू से सितम गर यही हैं सनम के,<br />तो हम भी सितमगर के द्वार आ गए हैं !संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-51717569803233845892012-06-07T13:43:53.947+05:302012-06-07T13:43:53.947+05:30मेरे लबों पे है उनका फ़साना,
सबको सुनाकर यहाँ आ गए...मेरे लबों पे है उनका फ़साना,<br />सबको सुनाकर यहाँ आ गए हैं ...<br /><br />जहां भी जाएंगे उनके फ़साने ही कहेंगे ... बहुत ही अलग अंदाज़ के शेर हैं सभी ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-26730032491915255602012-06-07T12:08:25.477+05:302012-06-07T12:08:25.477+05:30अभी तो शुरू की है दास्तान अपनी
अभी से नज़र क्यों भ...अभी तो शुरू की है दास्तान अपनी<br />अभी से नज़र क्यों भरी जा रही है !<br />सितम , आज बतलायेंगे जख्म मेरे <br />वे फिर भूलकर, घर मेरे आ गए हैं!Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-47176195604498217282012-06-07T11:51:57.781+05:302012-06-07T11:51:57.781+05:30ओ ठुकराने वाले, हमें याद रखना
बहुत रोओगे ,तुम हम...ओ ठुकराने वाले, हमें याद रखना <br />बहुत रोओगे ,तुम हमें याद करके<br />तुम्हारे चलाये गए खंजरों के , <br />कसम से हमीं,सामने आ गए हैं !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3648196938872431745.post-41222411741934251702012-06-07T10:14:01.641+05:302012-06-07T10:14:01.641+05:30दरख्तों के साये यूँ गहरा गए हैं,
कभी पास थे,कितने ...दरख्तों के साये यूँ गहरा गए हैं,<br />कभी पास थे,कितने दूर आ गए हैं | ... पर ख़ामोशी बोलने लगी है , दूर होकर भी पास आ गए हैंरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.com